विश्व दिव्यांग दिवस पर सम्मान: सीएम योगी बोले-बड़ी से बड़ी चुनौती का सामना कर सकते हैं दिव्यांग
विश्व दिव्यांग दिवस पर सम्मान: सीएम योगी बोले-बड़ी से बड़ी चुनौती का सामना कर सकते हैं दिव्यांग
लखनऊ। अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की दिव्यांग प्रतिभाओं को सम्मानित किया। लखनऊ में डा. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुर्नवास विश्वविद्यालय के अटल आडिटोरियम में मुख्यमंत्री ने राज्य पुरस्कार में 16 भिन्न-भिन्न क्षेत्रों से 16 सर्वश्रेष्ठ दिव्यांगजनों को सम्मानित किया।
लखनऊ में आयोजित राज्य स्तरीय पुरस्कार एवं सहायक उपकरण कार्यक्रम में विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इन बच्चों की प्रतिभा और ऊर्जा का लाभ देश हित में लगाने के लिए हम सब प्रयासरत हैं। कोरोना संक्रमण काल के दौरान हमारे पैरा ओलंपिक खिलाडिय़ों ने टोक्यो में जाकर बेहतर प्रदर्शन किया। उत्तर प्रदेश सरकार ने उन सभी खिलाडिय़ों को मेरठ में सम्मानित करने का भव्य आयोजन किया। पैरा ओलंपिक में यह प्रदर्शन प्रमाण है कि अगर इनकी प्रतिभा को थोड़ा प्रोत्साहन दिया जाए तो यह आगे बढ़ेंगे।
विश्व दिव्यांग दिवस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांगजनों के लिए काम करने वाले विशिष्ठ लोगों और संस्थाओं को बांटे राज्य स्तरीय पुरस्कार दिव्यांगों को सहायक उपकरणों का विरतण करने के साथ डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्विद्यालय में लगाई गई प्रदर्शनी देखी। हाईस्कूल और इंटर में 75 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले दिव्यांग छात्र-छात्राओं को पुरस्कार बांटे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्व दिव्यांग दिवस पर प्रत्येक जनपद में 100 दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल दिये जाने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि सरकार इसकी कार्रवाई युद्धस्तर पर कर रही है। उन्होंने इस मौके पर कहा कि दिव्यांगजनों की प्रतिभा को निखारने और उनकी ऊर्जा को राष्ट्र के निर्माण में लगाने के लिए सरकार हर प्रकार का सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध होकर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कोरोना महामारी के बावजूद देश के पैराओलंपिक खिलाड़ियों ने टोक्यो में शानदार प्रदर्शन किया। भारत ने 19 मेडल प्राप्त किए। 56 खिलाड़ियों का दल पैराओलंपिक में भागीदान बना। राज्य सरकार ने सभी मेडल प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि से सम्मानित किया। पैराओलंपिक में सफलता इस बात को प्रदर्शित करती है कि थोड़ा भी इन्हें प्रात्साहन दिया जाए तो अपनी प्रतिभा का लाभ राष्ट्र को दे सकते हैं। सीएम योगी ने कहा कि वर्तमान में मोटराइजड ट्राइसाइकिल देने की कार्रवाई को हम आगे बढ़ा रहे हैं। हर जनपद में 100 मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल उपलब्ध कराई जाए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि ऋषि अष्टवक्र भी तो दिव्यांग थे, पर उनकी प्रतिभा से कौन नहीं परिचित है। सूरदास ने अपनी रचनाओं से कृष्ण लीलाओं का अद्भुत वर्णन किया। स्टीफन हाकिंस को कौन नहीं जानता। थोड़ा भी उचित माहौल दिया जाए तो दिव्यांगजन असाधारण प्रदर्शन कर सकते हैं। विज्ञान और तकनीक के साथ दिव्यांगजन को जोडऩा होगा। प्रदेश के अंदर हमने दिव्यांग पेंशन और कुष्ठ रोग पेंशन को बढ़ाया। दिव्यांगजन के विवाह में भी आर्थिक सहायता प्रोत्साहन स्वरूप उपलब्ध कराई जाती है। इसी तरह तमाम अन्य कामों के लिए दिव्यांगजन को सहायता उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हम सभी दिव्यांगजन को मोटरराइज ट्राई साइकिल देने की दिशा में प्रयास कर रहे। हमने दिव्यांगता की श्रेणी को सात से 21 तक पहुंचाने का काम भी किया।
डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्विद्यालय के अटल ऑडीटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांगजनों के लिए काम करने वाली संस्थाओं को राज्य स्तरीय पुरस्कार बांटे। उन्होंने यहां दिव्यांगजनों को उपकरण का वितरण किया। इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांगजनों की मदद के लिए काम करने वाली संस्थाओं से पुण्य के इस काम से जुड़ते हुए मानवीय संवेदना का परिचय देने की अपील की और शासन की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने को कहा। इससे पहले अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी पुरस्कार प्राप्त करने वाले दिव्यांग बच्चों को हृदय से बधाई दी और इस फील्ड में काम कर रहीं संस्थाओं का अभिनन्दन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जितने भी हमारे दिव्यांगजन हैं और जो संस्थाएं इस क्षेत्र में काम कर रहीं, उनसे अपील है कि शासन की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने का काम क
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांग छात्र-छात्राओं की ओर से लगाए गये रंग-बिरंगे स्टॉलों को देखा। विशेष बच्चों ने अपनी प्रतिभा और हुनर को अपने स्टॉल के माध्यम से प्रदर्शित किया। विशेष बच्चों से उन्होंने बातचीत की और उनको बधाई दी। मुख्यमंत्री ने सिर पर हाथ रखकर इन विशेष बच्चों को आर्शीवार्द दिया। कार्यक्रम में सीएम योगी ने दिव्यांगजनों को सहायक उपकरणों में ट्राईसाइकिल, व्हीलचेयर का वितरण कर विशेषजनों को स्वावलंबी बनाने के लिए एक नया कदम और आगे बढ़ाया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांग क्रिकेट में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रर्दशन करने वाले लव वर्मा को राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया। सोनभद्र के अनपरा निवासी लव वर्मा को विश्व दिव्यांग दिवस पर राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया। लव वर्मा को उत्तर प्रदेश के पुरूष वर्ग से सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। महिला वर्ग में सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी सिद्धार्थनगर की रति मिश्रा को चुना गया। इस मौके पर पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन स शक्तिकरण मंत्री अनिल राजभर, दिव्यांगजन विभाग के अपर मुख्य सचिव हेमंत राय, डॉ. शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय के कुलपति राणा कृष्ण पाल सिंह भी थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने दिव्यांगजनों की प्रतिभा को बहुत नजदीक से पहचाना है। भारत की ऋषि परंपरा में कौन नहीं जानता ऋषि अष्टवक्र जी को वह भी तो दिव्यांग थे लेकिन उन्होंने अपने प्रतिभा का लोहा उस कालखंड में भी मनवाया था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा 2017 से दिव्यांगजनों की पेंशन, कृष्ठ जनों को पेंशन, कृतिम अंग, मोटराइज्ड ट्राइसाकिल, दिव्यांगजनों शादी के लिए भी सरकार धनराशि प्रोत्साहन स्वरूप मुहैया कराती है। परिवहन निगम की बसों में निशुल्क यात्रा की व्यवस्था, दिव्यांगजन विश्वविद्यालयों में सीटों का आरक्षण करने का भी काम सरकार ने किया है। प्रदेश सरकार ने तय किया भारत सरकार की तर्ज पर दिव्यांगता की कैटिगरी को सात से 21 तक पहुंचाने और साथ साथ उन्हें शासकीय सेवाओं में आरक्षण का लाभ मिल सके इसका दायरा बढ़ाने का काम भी सरकार ने किया है।